ड्रोन पायलट बनकर अब खेतों में स्प्रे करेगी स्वद्दी कलां की अरविंदर कौर – एक एकड़ फसल पर केवल 7 मिनट में स्प्रे

अरविंदर कौर ने बताया कि ड्रोन स्प्रे तकनीक कृषि क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लेकर आई है, जिसे अधिक से अधिक किसानों को अपनाना चाहिए। इस तकनीक से जहां कीटनाशक दवाइयों और समय की बचत होती है, वहीं ड्रोन से एक एकड़ फसल पर केवल 7 मिनट में स्प्रे किया जा सकता है।

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जगराओं/स्वद्दी कलां, 24 नवंबर  – महिला सशक्तिकरण की दिशा में कदम बढ़ाते हुए, गांव स्वद्दी कलां की अग्रणी महिला अरविंदर कौर ने ड्रोन पायलट बनकर न केवल अपनी पहचान बनाई है, बल्कि अन्य महिलाओं के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनी हैं।

अरविंदर कौर अपने इलाके की पहली महिला ड्रोन पायलट बन गई हैं। उन्होंने चंबल फर्टिलाइजर कंपनी से विशेष प्रशिक्षण प्राप्त किया। इसके बाद, कंपनी ने उन्हें फसलों पर स्प्रे करने के लिए ड्रोन प्रदान किया। आज अरविंदर अपने क्षेत्र के किसानों के खेतों में ड्रोन के माध्यम से दवाइयों का स्प्रे करके प्रसिद्धि पा रही हैं।

अरविंदर कौर पत्नी जगरूप सिंह ने बताया कि ड्रोन स्प्रे तकनीक कृषि क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लेकर आई है, जिसे अधिक से अधिक किसानों को अपनाना चाहिए। इस तकनीक से जहां कीटनाशक दवाइयों और समय की बचत होती है, वहीं ड्रोन से एक एकड़ फसल पर केवल 7 मिनट में स्प्रे किया जा सकता है। इस तकनीक से फसल की पैदावार में लगभग 15 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है।

अरविंदर कौर ने बताया कि वे पंजाब राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत एक स्वयं सहायता समूह (सेल्फ हेल्प ग्रुप) की सदस्य हैं। ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर नवदीप सिंह ने उन्हें ड्रोन प्रशिक्षण के लिए प्रेरित किया। इसके बाद, चंबल फर्टिलाइजर कंपनी की मदद से उन्हें गुरुग्राम के मानेसर स्थित डीजीसीए (डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन) के प्रशिक्षण केंद्र में 10 दिनों का विशेष प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण के बाद उन्हें ड्रोन पायलट का प्रमाणपत्र प्रदान किया गया।

अरविंदर ने कहा कि इस तकनीक को अपनाने से समय और पैसे दोनों की बचत होती है। ड्रोन के जरिए 7 मिनट में एक एकड़ में स्प्रे हो जाता है, और इसमें बिना दवाई के केवल 300 रुपये का खर्च आता है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में काम करके उन्हें बहुत खुशी हो रही है और वे अन्य महिलाओं को भी इस क्षेत्र में आगे आने के लिए प्रेरित करती हैं।

उन्होंने पंजाब की महिलाओं से अपील की कि वे अपने परिवार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आधुनिक तकनीक के माध्यम से खेती करें ताकि कृषि व्यवसाय को घाटे से उबारकर लाभ की ओर ले जाया जा सके।

ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर नवदीप सिंह ने बताया कि सिद्धवा बेट ब्लॉक की महिलाओं द्वारा अचार, पापड़, वर्मी कंपोस्ट, फुलकारी, साबुन, मोमबत्तियां, मक्की की रोटी, सरसों का साग, हल्दी की पिन्नियां आदि तैयार किए जाते हैं। इन उत्पादों को मेलों में स्टाल लगाकर और विभिन्न दुकानों पर बेचने के साथ-साथ, अमेज़न जैसे प्लेटफार्मों पर भी उपलब्ध कराया जाता है। नवदीप सिंह ने कहा कि आने वाले समय में सिद्धवा बेट ब्लॉक को पंजाब का नंबर 1 ब्लॉक बनाने का लक्ष्य है।

इस मौके पर वर्तमान सरपंच जगदीप सिंह खालसा ने अरविंदर कौर की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने ड्रोन उड़ाने की कला सीखकर गांव स्वद्दी कलां का नाम रोशन किया है। इससे अन्य महिलाओं को भी प्रेरणा और हौसला मिलेगा।

 

फोटो कैप्शन

स्वद्दी कलां की ड्रोन पायलट अरविंदर कौर के साथ ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर नवदीप सिंह, सरपंच जगदीप सिंह खालसा, स्वयं सहायता समूह की सदस्य और अन्य।