पद्मश्री भाई निर्मल सिंह खालसा जी की मृतिक देह की बेअदवी के लिए कांग्रेस पार्टी और जिला प्रशासन जिम्मेवार – बीएसपी प्रदेश अध्यक्ष

 जिला डिप्टी कमिश्नर, जिला पुलिस प्रमुख और सिविल सर्जन को तत्काल निलंबित किया जाए
लुधियाना, 5 अप्रैल – ( राजिंदर सिंह )
 बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सरदार जसवीर सिंह गढ़ी ने एक प्रेस बयान जारी कर पद्मश्री भाई निर्मल सिंह खालसा के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया और अंतिम संस्कार के मौके भाई खालसा की लाश की बेअदवी पर जिला प्रशासन की अन्नगहली की सख्त शब्दों में निंदा की। उन्होंने कहा कि मौजूदा जिला कमिश्नर, जिला एसएसपी, सिविल सर्जन को तत्काल निलंबित करने की मांग करते हुए कहा कि पदम् श्री प्राप्तकर्ता भारत सरकार के वरिष्ठतम पदों की सूची में संसद सदस्य के बराबर है। परन्तु प्रशासन ने बिना तैयारी के भाई खालसा के पार्थिव शरीर लेकर वेरका गांव में पहुंचा।  प्रशासन-शासन की इस कुताही के साथ साथ, गांव वेरका के कांग्रेसी पार्षद नवदीप सिंह हुंदल और दूसरे कांग्रेस पार्षद के पति सरकारी अध्यापक हरपाल सिंह का नाम मुख्य साजिशकर्ता के रूप में आया है है जिन्होंने गांव निवासियों को भड़काया एवम् भड़के गांव निवासियों को सरकारी आश्रय दिया।  इन दोनों के आश्रय और इन दोनों की अगवाई में, भाई खालसा की लाश को छह घंटे बेइज्जत किया गया, गाँव के शमशान घाट को ताला लगाकर बंद के दिया गया, धारा 144 और लॉकडाउन का उल्लंघन किया गया और पंजाब में सिख समुदाय के बीच जाति बीजारोपण के दलित और सिख समुदाय को जातिगत बांटने की कोशिश की।
बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सरदार जसवीर सिंह गढ़ी ने मांग की कि जिला प्रशासन को निलंबित करने एवम् कांग्रेस पार्टी के संरक्षण में पल रहे दोनों कोंसलरो को तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए। भाई श्री निर्मल सिंह खालसा जी, अनुसूचित जाति में मजहबी सिख समुदाय से संबंधित थे। उनकी लाश के साथ बेअदबी के कारण एससी एसटी प्रिवेंशन ऑफ प्रिवेंशन एक्ट 1989 को लगाया जाए, कर्फ्यू को तोड़ने, लाक डाउन् भंग करने, कोरोना बीमारी के प्रति भीड़ को गुमराह करने का दोष,  सामाजिक भाईचारे को तोड़ने का दोष, प्रशासन के काम में हस्तक्षेप करने के षड्यंत्र के आरोप में तुरंत जेल भेजा जाना चाहिए।  प्रदेश अध्यक्ष सरदार गढ़ी ने सरकार को चेतावनी दी कि अगर भाई खालसा की लाश की बेअदबी के दोषियों को तत्काल निलंबित नहीं किया और पार्षदों को गिरफ्तार नहीं किया तो बसपा पंजाब में सरकार के खिलाफ लाक डाऊन के बाद तीव्र आंदोलन करेगी।